Thursday 10 July 2014




सूरत निवासी सभी गुरुभक्तो श्रावक/श्राविका कृपया प्रवचनका लाभ ले...

रामायण प्रवचन 

कलियुगमें जीने वाले आजके मानवी को 
कलेश-कंकास-जगडे-बेचैनी 
इन सभी से छुटकारा चाहिए
वजह 
उन्हें जिंदगी जीनी हे और जिंदगी जीने के लिए 
प्रेम-लागणी-वहाल-स्मित-धैर्य-शौर्य-शांति-समाधी 
अवश्य चाहिए ...
इन सभीका चाबीरूप ग्रन्थ याने 
रामायण प्रवचन

प्रवचनकार : प.पू. तत्वप्रवचन प्रज्ञ आचार्य भगवंत श्री विजय रत्नचन्द्र सूरीश्वरजी म,सा.
स्थान : श्री फूलचंद कल्याणचंद जैन पौषध शाला
अठवा लाइन्स जैन संघ
लाल बांग्ला, सूरत 

 



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