:~: जाणवा जेवु - पिरमबेट :~:
संवत 1369 के समय शत्रुंजय तीर्थ के मूळनायक आदिश्वर प्रभु की प्रतिमा को मुस्लिम आक्रमणकारियों से बचाने के लिये पिरमबेट के जैन हिन्दुओ ने पालीताणा के आदिनाथजी की प्रतिमा को पिरमबेट में छुपा दिया था। पुस्तक के प्रमाण से उस प्रतिमा का उसके बाद कोई इतिहास प्राप्य नहीँ हे।
पिरमबेट
आज गुजरात के भावनगर के पास आये घोघा बंदर से 6किमी. दूर हे
घोघा से दरियाई मार्ग से वहां जा सकते हे। आज पिरमबेट एक टापू हे।
और वहा एक टुटा हुआ किल्ला भी हे।
घोघा से दरियाई मार्ग से वहां जा सकते हे। आज पिरमबेट एक टापू हे।
और वहा एक टुटा हुआ किल्ला भी हे।
अलबत्त वहाँ जाने के लिये 2 घँटे की बोट की सफर करनी पड़ती हे और वहाँ कोई भी खाने/पिने की चीज़ नहीं मिलती और टापू पर मानव वस्ति भी नहीवत हे।
गुजरात टूरिस्मने अभी पिरमबेट टापू के लिए कोई ज्यादा ध्यान नहीं दिया हे फिर भी कुदरत प्रेमी लोग उस टापूपर जाते हे।
ज्यादा जानकारी के लिए गूगल सर्च करे।
इतना पढ़ने के बाद कोई साधक पुरुष जागे!!!!
💗जय आदिनाथ💞
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