Sunday 19 October 2014

Aa mara Maharaj ji lyrics



ह्रदय परिवर्तन परिवार तरफथी एक भव्य नव्य भक्ति गीतनी भेट


रजा आपो हवे दादा जेवा सुंदर गीतनी रचना बाद
गणि उदयरत्न विजयजी महाराजनी एक भव्य-नव्य सुंदर भक्ति गीतनी रचना
सांभळवानु बिलकुल चुकशो नहीं!

गीत : आ मारा महाराज जी... आ मारा महाराज जी

रचना : मुनि उदयरत्न विजयजी गणि

स्वर : जतीन बेड - मुंबई

गीत यु-ट्यूब लिंक : http://youtu.be/okJOY-TNRhM

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:~: भक्ति गीतना शब्दों :~:  



बनी ठनीने सजी धजीने खूब खूब मलकायजी

आ मारा महाराज जी, आ मारा महाराज जी....(१)



कदी फूलोना हार पहेरे,रमे फूलोना ढगले जी,

अबुध अमारो जीव भोळियो,दौड़ तमारे पगले जी,

मलकंता सामे शु बेठा? बोलो तो संभलाय जी.

आ मारा महाराजजी, आ मारा महाराजी जी.... (२)



बाजुबंध ने मुगट कलगी,सोनल वर्णी आँखि जी,

ज़गमग ऐना रूपने जोई, आ दुनिया शरमाती जी,

लाड लटावे भक्तो एने...खूब करे एने व्हाल जी,

आ मारा महाराजजी, आ मारा महाराजी जी...(३)



व्हाला व्हाला नाथने मळवा, भीतर तालावेली जी,

"उदय" रत्ननी जेम अमारे, काज खोलने डेली जी,    

तमे अमोने खूब गमो छो... वधु ना कहेवाय जी..

आ मारा महाराजजी, आ मारा महाराजी जी...(४)



आ मारा महाराजजी, आ मारा महाराजी जी...

आ मारा महाराजजी, आ मारा महाराजी जी...(३)



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